स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम के तमाम प्रयासों के बाद भी डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है। बुधवार को 17 और मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के मुताबिक इनमें 11 मरीज देहरादून के हैं। जबकि छह मरीज अन्य जिलों के हैं। सभी का दून अस्पताल, कोरोनेशन और गांधी शताब्दी अस्पताल में इलाज चल रहा है। जिला जीवाणुजनित रोग नियंत्रण अधिकारी डॉ. सुभाष जोशी ने बताया कि जिले में डेंगू से पीड़ित मरीजों की संख्या 635 पहुंच गई है। इस पर काबू पाने के लिए स्वास्थ्य विभाग व नगर निगम की 20 टीमें मैदान में उतारी गई हैं। यह टीमें प्रभावित इलाकों में दवाओं के छिड़काव के साथ-साथ लोगों को डेंगू से बचाव की जानकारी भी दे रही हैं।
दून मेडिकल कॉलेज चिकित्सालय के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर केके टम्टा की तबीयत खराब हो गई है। प्रथम दृष्टया डेंगू के लक्षण मिले हैं। उनका ब्लड सैंपल एलाइजा जांच के लिए भेजा गया है। डॉक्टर टम्टा अस्पताल के वीआईपी वार्ड में भर्ती हैं। वहीं छह महीने से वेतन न मिलने पर दून अस्पताल के संविदाकर्मी कार्य बहिष्कार पर कर रहे हैं। जिससे व्यवस्थाएं चरमरा गई हैं।
हरिद्वार में डेंगू के दस और मरीज आए सामने
बुधवार को शहर में डेंगू के नए दस मरीजों के मामले सामने आए। तो एलायजा रिपोर्ट में 25 मरीजों में पुष्टि हुई। डेंगू पीड़ितों की संख्या 37 तक पहुंच गई है। डेंगू कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि डेंगू के दस नए मरीजों के मामले सामने आए। जिसमें इंद्राबस्ती से तीन, हरिद्वार से एक, कनखल से दो, धनपुरा से एक, जगजीतपुर से एक, ज्वालापुर से दो मरीज मिले। अब संदिग्ध मरीजों की संख्या 74 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीजों के सैंपलों का एलायजा किया। एलायजा रिपोर्ट में 25 मरीजों की डेंगू की पुष्टि हुई है।
जिनमें इंद्राबस्ती से 14, औद्योगिक क्षेत्र से 2, कनखल, विष्णुघाट, रोडवेज कॉलोनी, चिड़ियापुर, गाड़ोवाली, रावली महदूद, रोशनाबाद, श्यामपुर, ज्वालापुर का एक-एक मरीज है। अब एलायजा रिपोर्ट के अनुसार मरीजों की संख्या 37 पहुंच गई है। दूसरी तरफ जिला मलेरिया विभाग ने इंद्राबस्ती, सुभाषनगर, विष्णुघाट क्षेत्र में घर घर जाकर डेंगू के लार्वा को नष्ट किया। सभी घरों में कीटनाशक का स्प्रे किया गया। गुरनाम सिंह ने सरस्वती विद्या मंदिर में सेक्टर दो में बच्चों को जागरूक किया और अपने घर के साथ आसपास के लोगों को भी डेंगू के प्रति जागरूक करने को प्रेरित किया।
डेंगू की आहट से मुस्तैद हुई पालिका
ऋषिकेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर पालिका मुनिकीरेती मुस्तैद हो गई है। पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन फॉगिंग, ब्लीचिंग और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। वहीं, पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने क्षेत्रवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। गौरतलब है कि तीर्थनगरी समेत आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रतिदिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इससे बचाव के लिए नगर पालिका मुनिकीरेती ने क्षेत्र में अभियान छेड़ा हुआ है। सड़कों के किनारे, नालियों, पार्कों, सरकारी प्रतिष्ठानों सहित सभी स्कूलों में भी फॉगिंग कराई जा रही है। जलभराव वाली जगहों को खाली करवा कर कीटनाशक दवाई का स्प्रे कर ब्लीचिंग डाली जा रही है। पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने लोगों ने सफाई रखने की अपील की है, जिससे क्षेत्र में डेंगू का लार्वा न पनप सके। उन्होंने बताया कि पालिका क्षेत्र वासियों को घरों के लिए कीटनाशक दवाई और ब्लीचिंग पाउडर दिया जा रहा है, जिससे लोग घरों को साफ रख सकें।
बुधवार को शहर में डेंगू के नए दस मरीजों के मामले सामने आए। तो एलायजा रिपोर्ट में 25 मरीजों में पुष्टि हुई। डेंगू पीड़ितों की संख्या 37 तक पहुंच गई है। डेंगू कम होने के बजाय लगातार बढ़ता जा रहा है। जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि डेंगू के दस नए मरीजों के मामले सामने आए। जिसमें इंद्राबस्ती से तीन, हरिद्वार से एक, कनखल से दो, धनपुरा से एक, जगजीतपुर से एक, ज्वालापुर से दो मरीज मिले। अब संदिग्ध मरीजों की संख्या 74 पर पहुंच गई है। स्वास्थ्य विभाग ने संदिग्ध मरीजों के सैंपलों का एलायजा किया। एलायजा रिपोर्ट में 25 मरीजों की डेंगू की पुष्टि हुई है।
जिनमें इंद्राबस्ती से 14, औद्योगिक क्षेत्र से 2, कनखल, विष्णुघाट, रोडवेज कॉलोनी, चिड़ियापुर, गाड़ोवाली, रावली महदूद, रोशनाबाद, श्यामपुर, ज्वालापुर का एक-एक मरीज है। अब एलायजा रिपोर्ट के अनुसार मरीजों की संख्या 37 पहुंच गई है। दूसरी तरफ जिला मलेरिया विभाग ने इंद्राबस्ती, सुभाषनगर, विष्णुघाट क्षेत्र में घर घर जाकर डेंगू के लार्वा को नष्ट किया। सभी घरों में कीटनाशक का स्प्रे किया गया। गुरनाम सिंह ने सरस्वती विद्या मंदिर में सेक्टर दो में बच्चों को जागरूक किया और अपने घर के साथ आसपास के लोगों को भी डेंगू के प्रति जागरूक करने को प्रेरित किया।
डेंगू की आहट से मुस्तैद हुई पालिका
ऋषिकेश में डेंगू के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए नगर पालिका मुनिकीरेती मुस्तैद हो गई है। पालिका क्षेत्र में प्रतिदिन फॉगिंग, ब्लीचिंग और कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है। वहीं, पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने क्षेत्रवासियों से सतर्क रहने की अपील की है। गौरतलब है कि तीर्थनगरी समेत आसपास के क्षेत्रों में डेंगू का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में प्रतिदिन डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। इससे बचाव के लिए नगर पालिका मुनिकीरेती ने क्षेत्र में अभियान छेड़ा हुआ है। सड़कों के किनारे, नालियों, पार्कों, सरकारी प्रतिष्ठानों सहित सभी स्कूलों में भी फॉगिंग कराई जा रही है। जलभराव वाली जगहों को खाली करवा कर कीटनाशक दवाई का स्प्रे कर ब्लीचिंग डाली जा रही है। पालिकाध्यक्ष रोशन रतूड़ी ने लोगों ने सफाई रखने की अपील की है, जिससे क्षेत्र में डेंगू का लार्वा न पनप सके। उन्होंने बताया कि पालिका क्षेत्र वासियों को घरों के लिए कीटनाशक दवाई और ब्लीचिंग पाउडर दिया जा रहा है, जिससे लोग घरों को साफ रख सकें।